Atal Bihari Vajpayee : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी का आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में लम्बी बीमारी के बाद आज दिनांक 8 अगस्त 2018 को 5 बजकर 5 मिनट पर निधन हो गया. अटल जी का निधन 93 वर्ष की अवस्था में हुआ.
वाजपेयी को 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था और उस वक्त ऐसी जानकारी दी गई थी कि उन्हें रूटीन चेक-अप के लिए भर्ती कराया गया है, लेकिन चेक-अप के बाद उन्हें अस्पताल से तत्काल छुट्टी न मिलने के कारण उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी थीं।
आज कई न्यूज़ चैनलों ने एक आधबार अटल बिहारी बाजपेई जी के निधन की न्यूज़ चलायी थी लेकिन उसके बाद उन्होंने उस समाचार को वापस ले लिया था लेकिन बाद में 5 बजकर 5 मिनट पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डाक्टरों ने atal bihari bajpeyi जी के निधन की घोषणा कर इसकी पुष्टि कर दी है.
अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन परिचय
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मघ्य प्रदेश के ग्वालियर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. अटल जी के पिताजी का नाम श्री कृष्ण बिहारी वाजपेयी एवं माता जी का नाम कृष्णा देवी था. अटल जी के पिता श्री कृष्णा बिहारी वाजपेयी एक स्कूल में मास्टर थे और काव्य पाठ भी करते थे थे.
अपने पिताजी से प्रेरित होकर अटल जी भी कवितायेँ कविताएँ करने लगे. अटल जी के सात भाई थे एवं अटल बिहारी वाजपेयी जी ने शादी नहीं की और आजीवन कुंवारे रहे. हालांकि अटल जी ने दो लड़कियों को गोद लिया था जिनका नाम नमिता और नंदिता है.
आधुनिक भारत के चाणक्य के अटल बिहारी बाजपेयी :
यह कहने में कतई भी अतिश्योक्ति नहीं होगी की भारत के पूर्व प्रधानमंत्री आधुनिक भारत के चाणक्य थे. अपने प्रधानमंत्री काल के दौरान उन्होंने भारत को जिस मुकाम तक पहुचाया वह बहुत ही आश्चर्यजनक है.
प्रधानमत्री ग्राम सड़क योजना द्वारा गाँव को मुख्य सड़कों से जोड़ना हो, अमेरिका के सारे दबाव को अनदेखा कर पोखरण में परमाणु परिक्षण कर पुरे विश्व में भारत की शती की गूंज पैदा कर देना हो या संचार क्रांति की नीव रखना निश्चय ही उन्होंने भारत को technology के पथ पर तेजी से अग्रसर होने के पथ का निर्माण किया. इसके अलावा और भी बहुत सी उनकी उपलब्धियां है.
अटल बिहारी बाजपेयी जी की सबसे बड़ी उपलब्धियां :
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी एक महान राजनीतिक व्यक्तित्व के साथ-साथ, एक निडर पत्रकार, वक्ता एवं बहुत अच्छे भी कवि थे. आपके प्रधानमत्री पद पर रहते हुए सत्ता पक्ष के साथ साथ विपक्ष भी अटल जी का बहुत सम्मान करता था.
अभी तक जवाहर लाल नेहरू के बाद अटल जी मात्र अकेले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो लगातार दो बार प्रधानमंत्री बने. अटल जी अपने जीवन काल में तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने. जो की उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है. Atal bihari bajpeyi जी के जीवन के बारे में अधिक जाने के लिए पढ़े : Atal Bihari bajpeyi Jiwani
अटल बिहारी बाजपेयी के भाषण के प्रमुख अंश:
अटल बिहारी जी की संसद में दी गयी दो ऐसी speech है जो किसी को भी उनके प्रति गर्व करने का अहसास कराता है. पहला जब सदन में बहुमत ना साबित कर पाने पर इस्तीफा देने से पूर्व दिया गया भाषण और दूसरा पोखरण में परमाणु परिक्षण के बाद दिया गया संबोधन.
ये दोनों speech निश्चय ही आपको उन पर गर्व करने के मजबूर कर देगा. in दोनों speech को सुनाने के आपको youtube पर atal bihari bajpeyi Speech सर्च करने पर मिल जाएँगी. उनके कुछ और ह्रदय को चु लेनी वाली speech निचे आप पढ़ सकते है.
- भारत ज़मीन का टुकङा नही है, जीता-जागता राष्ट्र पुरुष है। हिमालय इसका मस्तक है, गौरी शंकर शिखा है। कश्मीर किरिट है, पंजाब और बंगाल दो विशाल कंधे हैं। विनध्याचल कटि है, नर्मदा करधनी है। पूर्वी और पश्चिमी घाट दो विशाल जँघाए हैं। कन्याकुमारी उसके चरण हैं, सागर उसके चरण पखारता है। पावस के काले-काले मेघ इसके कुंतल केश हैं। चाँद और सूरज इसकी आरती उतारते हैं। यह वंदन की भूमि है, यह अर्पण की भूमि है, अभिनन्दन की भूमि है। यह तर्पण की भूमि है। इसका कंकर-कंकर शंकर है, इसका बिंदु-बिंदु गंगाजल है। हम जियेगें तो इसके लिये और मरेंगे तो इसके लिये.
- दुनिया में कोई देश इतना निकट नही हो सकते जितने की भारत और नेपाल हैं। इतिहास ने, भूगोल ने, संस्कृति ने, धर्म ने, नदियों ने हमें आपस में बाँधा है।
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