दोस्तों Career Tips में आज हम बात करेंगे Interior Designing की कि आखिर इंटीरियर डिजाइनिंग क्या है और इसमें करियर कि कितनी संभावनाएं है. दोस्तों आज कल के दौर में हर कोई सरकारी नौकरी या Multinational company में अच्छी salary में private job करना चाहता है.
लेकिन सरकारी नौकरी और jobs इतनी आसानी से कहाँ मिलते है. करियर बनाने को लेकर आजकल युवक भेड़ चाल चलने लगे है. उन्हें करियर के नाम पर सिर्फ कुछ ही क्षेत्र पता होते है जहाँ वो अपने हाथ आजमाना चाहते है. और इन कुछ क्षेत्रो में आवेदकों कि संख्या लाखों में पहुच जाती है और कुछ युवा ही सफलता प्राप्त करते है.
कोई सरकारी नौकरी चाहता है, तो कोई डॉक्टर बनना चाहता है, कोई टीचर, कोई रेलवे में जॉब के form भरता है तो कोई इंजीनियरिंग करना चाहता है या फिर कोई बैंक में जॉब से लेकर पुलिस भर्ती तक ही सीमित रह जाता है.
दोस्तों आज के दौर में कई ऐसे भी क्षेत्र है जहाँ करियर कि बहुत सी संभावनाएं है. Interior Designing भी इन्ही में से एक है जहाँ आप प्राइवेट कंपनी में अच्छी सैलरी की जॉब तो पा ही सकते है साथ ही साथ अगर आप जॉब नहीं करना चाहते है तो आप अपना खुद का ऑफिस भी खोल कर अच्छी खासी कमाई कर सकते है.
इंटीरियर डिजाइन एक बहुआयामी पेशा है. एक इंटीरियर डिजाइनर घर, ऑफिस, दुकान की साज-सजावट से लेकर अन्य प्रकार के भवनों आदि की सजावट करता है इसी को Interior Designing कहते है. इंटीरियर डिजाइनिंग का काम काफी रचनात्मकता से जुड़ा है इसलिए इस करियर को अपनाने से पहले आपमे क्रिएटिविटी का होना बहुत ही आवश्यक है.
आजकल लोगों में अपने घर और कार्यालयों को सजाने का प्रचलन बहुत ही तेजी से बढ़ा है. यही काकरण है इंटीरियर डिज़ाइनर कि मांग बहुत ही ज्यादा बढ़ गयी है. डिजाइनिंग चाहे घर, मकान, दुकान, ऑफिस या शोरूम की हो इंटीरियर डिज़ाइनर का काम उसे बेहतरीन लुक देना होता है.
Interior Designing बहुत ही तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है. यदि आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है आपका रचनात्मक होना बहुत ही जरुरी है. इंटीरियर डिजाइनिंग में किसी एक फ़ील्ड में स्पेशलाइजेशन भी किया जा सकता है इसके अंतर्गत आप किचन डिजाइनिंग, रूम डिजाइनिंग, ऑफिस देस्ग्निंग, बिसिनेस डिजाइनिंग और बाथरूम डिजाइनिंग में स्पेशलाइजेशन कर सकते है. इंटीरियर डिजाइनिंग में इंडस्ट्री के विस्तार के साथ युवाओं के लिए इससे जुड़े नए अवसर पैदा हो रहे है.
इंटीरियर डिज़ाइनर के गुण Quality of Interior Designer
कार्य क्षेत्र कोई भी हो व्यक्ति में उससे सम्बंधित आवश्यक गुणों का होना बहुत जरुरी है. क्यूंकि इससे आप किसी भी कस्टमर की जरुरत के हिसाब से हिसाब से काम करते है और उसे संतुष्ट करते है. Interior Designing का काम रचनात्मकता और कलात्मकता से जुड़ा हुआ हुआ है. इसलिए एक Interior designer का कलात्मक होना बहुत जरुरी है. आइये कुछ प्रमुख गुणों के बारे में जानते है जो एक इंटीरियर डिज़ाइनर में होने चाहए.
- किसी भी इंटीरियर डिज़ाइनर में क्रिएटिविटी और technology कि समझ का होना बहुत जरुरी है.
- Market में चल रहे ट्रेंड्स से हमेशा अपडेट रहना चाहिए क्यूंकि आजकल लोग एक दुसरे को देख कर के ही काम करते है. इसलिए जब तक आप में मार्किट चल रहे ट्रेंड्स को नहीं समझेंगे तो आप को थोड़ी बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
- कस्टमर के साथ आपका व्यवहार फ्रेंडली होना चाहिए. इससे आपके और ग्राहक के बीच आपसी समझ और विश्वास पैदा होता है.
- कस्टमर कि डिमांड के अनुसार उसका कार्य करने कि क्षमता होनी चाहिए.
- डिजाइनिंग में कलात्मकता और तार्किक बुद्धि का होना भी अत्यंत आवश्यक है.
- इंटीरियर डिज़ाइनर को ग्राहक के बजट अनुसार बेहतरीन क्वालिटी प्रदान करना बहुत जरुरी है.
इंटीरियर डिजाइनिंग के लिए योग्यता Qualification for Interior Designing
Interior Designing Course करने के लिए आपकी शैक्षिक योग्यता कम से कम 12th पास होनी चाहिए और प्राप्त अंको का प्रतिशत कम से कम 55% होना चाहिए. यदि आपने आर्ट्स साईट से बारहवीं पास किया है तो यह आपके लिए प्लस पॉइंट होगा. इसके अलावा आपकी कला में रूचि और चित्रकला का ज्ञान, computer की जानकारी और सृजन क्षमता का होना भी बहुत जरुरी है. 12th पास करने के बाद आप डिग्री, डिप्लोमा या फिर सर्टिफिकेट का कोर्स कर सकते है. यदि आप Interior Designing Degree Course करना चाहते है तो ग्रेजुएशन के बाद भी आप पीजी डिप्लोमा, डिग्री कोर्स के सकते हैं.
इंटीरियर डिजाइनिंग के कोर्सज Interior Designing Course
इंटीरियर डिजाइनर बनने के लिए चार साल का बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट प्रोग्राम सबसे पसंदीदा कोर्स है. इंटीरियर डिजाइनिंग के क्षेत्र में स्कूल ऑफ़ इंटीरियर डिजाइन जो कि अहमदाबाद में स्थित है जहाँ पांच साल का भी कोर्स उपलब्ध है.
भारत में कुछ संस्थान इंटीरियर डिजाइनिंग का एक साल का डिप्लोमा कोर्स भी कराते है. छह माह से पांच साल की अवधि के ये कोर्स विभिन्न गैर सरकारी एवं सरकारी संस्थानों से किये जा सकते है. आप अपनी योग्यता के अनुसार ये कोर्स कर सकते है.
- डिप्लोमा इन इंटीरियर डिज़ाइन (कोर्स की अवधि : 1 वर्ष)
- पीजी डिप्लोमा इन इंटीरियर डिज़ाइन एंड डेकोरेशन (कोर्स की अवधि : 1 वर्ष)
- डिप्लोमा इन इंटीरियर डिज़ाइन (कोर्स की अवधि : 2 वर्ष)
- एडवांस डिप्लोमा इन इंटीरियर (कोर्स की अवधि : 2 वर्ष)
- बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर (कोर्स की अवधि : 2 वर्ष)
- बीएससी इन इंटीरियर डिज़ाइन (कोर्स की अवधि : 3 वर्ष)
- बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट (कोर्स की अवधि : 4 वर्ष)
इंटीरियर डिजाइनिंग कोर्स में पढाये जाने वाले विषय : Subjects of Interior Designing
यदि आप इंटीरियर डिज़ाइनर बनना चाहते है तो इन कोर्सेज के अंतर्गत आपको जो विषय पढाये जायेंगे जो निम्न प्रकार से होंगे.
- आर्ट एंड बेसिक डिज़ाइन
- फर्नीचर डिज़ाइन
- फ़र्नीशिंग एंड फ़िटिंग
- हिस्ट्री ऑफ़ इंटीरियर डिज़ाइन
- कंस्ट्रक्शन एंड मटेरियल्स
- सर्विसेस प्रो़फेशनल मैनेजमेंट- इस्टिमेटिंग एंड बजटिंग
- डिस्प्ले, कंप्यूटर एडेड डिज़ाइनिंग
- लेटरिंग
- प्रॉपर्टीज़ ऑफ़ मटेरियल एंड पेंट टेक्नोलॉजी
Interior Designing Course कराने वाले प्रमुख संसथान
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ़ डिजाईन, अहमदाबाद www.nid.edu
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ़ डिजाईन, दिल्ली www.insd.co.in
एमिटी स्कूल ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी, नोएडा www.amity.edu
सर जे.जे. स्कूल ऑफ़ आर्ट्स, मुंबई www.sirjjschoolofart.in
निर्मला निकेतन, न्यू मरीन लाइन्स, मुंबई
एसएनडीटी वुमन्स यूनिवर्सिटी, मुंबई
साउथ दिल्ली पॉलिटेक्निक फ़ॉर वुमन, नई दिल्ली
नागपुर विश्वविद्यालय, रविंद्रनाथ टैगोर मार्ग, नागपुर
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ
ऐकेडमी ऑफ़ इंटीरियर डेकोरेशन, दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर एंड फैशन टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर डिजाइनर्स, नई दिल्ली
Interior Designing Career कि संभावनाएं :
आजकल के ज़माने में हर कोई अपना घर, ऑफिस, दुकान, रेस्टोरेंट, शोपिंग काम्प्लेक्स, स्टूडियो आदि को फैशनेबल दिखाना चाहता है. इसके उन्हें अगर किसी चीज कि जरुरत पड़ती है तो वो है इंटीरियर डिज़ाइनर. इंटीरियर डिज़ाइनर चाहे तो खुद का भी ऑफिस खोल कर ये काम कर सकता है या फिर चाहे तो किसी भी कंपनी के साथ काम कर सकता है. इनमे आर्किटेक्ट फर्म्स, बिल्डर फर्म्स, पुब्लिच्क वर्क डिपार्टमेंट, हॉस्पिटल, होटल एंड रिसॉर्ट्स, प्राइवेट कंसल्टेंट आदि शामिल है. ऑफिस, माँल्स, हॉस्पिटल, रेस्टोरेंट और, एअरपोर्ट जैसी जगहों पर भी इंटीरियर डिजाइनिंग में दीवार, फर्श, फर्नीचर और अन्य अंदरूनी सामन कि सजावट, विंडो ट्रीटमेंट, लाइटिंग, विजुअल और साउंड्स इफेक्ट्स पर नियंत्रण आदि शामिल है.
इंटीरियर डिजाइनर का वेतन :
इंटीरियर डेकोरेटर की आय उनके द्वारा किए गए कार्य पर निर्भर करती है. यदि आप किसी भी कंपनी में जॉब करना कहते है तो आपका शुरुवाती 15-25 हजार रूपये हो सकता है. ये वेतन आपके अनुभव और कार्य शैली के आधार पर बढाया भी सकता है जो 40-50 हजार रूपये भी हो सकता है.
सामान्य प्रश्नोत्तरी इंटीरियर डिजाइनिंग के बारे में
Q1. Interior Designing kya hai ?
Ans. घर, ऑफिस, शापिंग माल्स, स्टूडियो, हॉस्पिटल, होटल्स एंड रिसॉर्ट्स, रेस्टोरेंट आदि जैसी जगहों कि खुबसूरत डिजाइनिंग करना ही इंटीरियर डिजाइनिंग कहलाता है.
Q2. इंटीरियर डिजाइनिंग के लिए कितनी शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए ?
Ans. इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 12th पास होनी चाहिए और प्राप्त अंकों का कुल प्रतिशत 55 होना चाहिए.
Q3. इंटीरियर डिजाइनिंग के कोर्स की अवधि कितनी होती है?
Ans. इंटीरियर डिजाइनिंग के कोर्स 1 साल से लेकर 3 साल तक की अवधि के होते है.
Q3. इंटीरियर डिजाइनिंग में करियर कि क्या संभावनाएं है?
Ans. आज हर कोई अपने घर, ऑफिस होटल इत्यादि खुबसूरत बनाना और दिखाना चाहता है. जिससे कि लोग आकर्होषित हो सके. ऐसे में इंटीरियर डिजाइनिंग में करियर कि बहुत सारी संभावनाएं है.
Q3. इंटीरियर डिजाइनिंग से कितना कमा सकते है?
Ans. यदि आप किसी भी कंपनी में जॉब करना कहते है तो आपका शुरुवाती 15-25 हजार रूपये हो सकता है. ये वेतन आपके अनुभव और कार्य शैली के आधार पर बढाया भी सकता है जो 40-50 हजार रूपये भी हो सकता है. यदि आप जॉब नहीं करना चाहते है तो खुद से ऑफिस खोल कर अच्छी खासी कमाई कर सकते है.
निष्कर्ष :
दोस्तों आजकल हर कोई अपने करियर को लेकर के चिंतित है. ऐसे में बहुत सारे लोग सिर्फ गिने चुने करियर कि तरफ ही भागते रहते है. ऐसे में बहुत सारे करियर ऐसे भी है जिनकी तरफ लोगों का ध्यान भी नहीं जाता. इंटीरियर डिजाइनिंग में करियर एक बहुत बेहतरीन संभावनाओं का क्षेत्र है.
दिल्ली, मुंबई जैसे बडे शहरों में इंटीरियर डिजाइनर लाखों रूपये महीनो तक कम रहे है. ऐसे यदि आप करियर को लेकर गंभीर है तो एक बार आपको एक बार अपने बड़े बुजर्गों से जरूर विचार विमर्श करना चाहिए और मार्किट में इंटीरियर डिजाइनिंग के ट्रेंड्स के बारे में भी पता करना चाहिए जिससे आपको इंटीरियर डिज़ाइनर कि मार्किट में डिमांड के बारे में भी पता चलेगा.
तो आशा करता हूँ आपको Career Tips in Hindi में दी गयी जानकारी Interior Designing क्या है अच्छी लगी होगी. इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करे जिससे उनको भी अपना करियर चुनने कि रह मिल सके. जय हिन्द जय भारत
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