दोस्तों आप से अगर पूछा जाये कि दुनिया का सबसे ऊँचा पहाड़ कौन सा है तो एक स्वर में बोलेंगे माउंट एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊँची पर्वत चोटी है। लेकिन अगर आपसे कोई पूछे कि भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है तो शायद आप में से कई लोग माउंट एवरेस्ट का ही नाम लेंगे, जबकि ऐसा नहीं है क्योंकि माउंट एवरेस्ट नेपाल में है ना कि भारत में. भारत की सबसे ऊँची छोटी का नाम है K2.
दोस्तों ये पहाड़ इतने ऊँचे है कि इन पर चढ़ाई करने की कल्पना ही बेहद जोखिम भरी है। माउंट एवरेस्ट को फ़तेह करने का हौसला अब तक हजारों लोगों ने दिखाया है. जिसमे से कई लोगों को सफलता भी मिली तो वहीँ बहुत से लोगों ने इस चक्कर में अपनी जान तक गवां दी है. अब तक इस पहाड़ पर 3,448 लोग चढ़ाई कर चुके है. जिसमे 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार भारत के 486 लोग इस पर्वत की छोटी तक पहुँच चुके है.
हम आज इस लेख में निम्न बिन्दुओं पर प्रकाश डालेंगे:Mount Everest ki unchai kitni hai, Vishwa ka sabse uncha parvat, Bharat ka sabse uncha parvat
दोस्तों क्या आप भी अपने जीवन में कभी एवरेस्ट पर चढना चाहेंगे, आप अपने जवाब हमें कमेंट बॉक्स में दे सकते है। तो चलिए शुरू करते है हमारा आज का विषय है दुनिया की 10 सबसे ऊँची पर्वत चोटियां और उनके नाम।
दुनिया के 10 सबसे ऊँचे पहाड़ 2023:
1. माउन्ट एवरेस्ट पर्वत (Mount Everest Mountain): दुनिया का सबसे ऊँचा पहाड़
माउंट एवरेस्ट पर्वत दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत है. जिसे सगरमाथा के नाम से भी जाना भी जाता है। माउन्ट एवरेस्ट की कुल ऊंचाई 8848 मीटर है। वैज्ञानिकों का मानना है कि माउन्ट एवरेस्ट पर्वत की ऊंचाई हर साल 2 सेंटीमीटर बढ़ जाती है। माउन्ट एवरेस्ट पर्वत को कुछ साल पहले की KV के नाम से जाना जाता था। तिब्बत में इस पर्वत को चोमोलुंगमा के नाम से जाना जाता है. जिसका अर्थ होता है ( पर्वतों की रानी ) वहीं से नेपाल में सगरमाथा कहां रहता है. जिसका अर्थ होता है स्वर्ग का शीर्ष। आपको बता दूं कि माउन्ट एवरेस्ट पर अब तक 3,448 लोग चढ़ाई कर चुके हैं। भारत ने 1955 में इसका सर्वे किया था जिसमे इसकी ऊंचाई 8848 मीटर बताई गई थी।
2. K2 पर्वत : भारत की सबसे ऊंची चोटी
K2 पर्वत दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा और भारत का सबसे ऊँचा पर्वत है. K2 पर्वत की ऊंचाई 8,611 मीटर है। के2 पर्वत पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के गिलगित बाल्टिस्तान चीन की बॉर्डर पर काराकोरम पर्वत श्रृंखला में स्थित पर्वत चोटी है. इस पर्वत पर सर्वप्रथम चढ़ाई 1954 में कि गई थी। इस पर्वत पर कुल 45 लोग में 44 लोग चढ़ चुके हैं।
3. कंचनजंगा पर्वत (Kanchanjungha Mountain)
कंचनजंघा पर्वत दुनिया कि तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है। इसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है। कंचनजंघा पर्वत नेपाल में कुंभकर्ण लंगूर के नाम से प्रसिद्ध है। कंचनजंघा पर्वत दार्जलिंग से 74 किमी उतर पश्चिम में स्थित है। ये पर्वत माउन्ट एवरेस्ट पर्वत की पड़ोसी चोटी है। इस पर्वत पर सर्वप्रथम चढ़ाई 1955 में कि गई थी। इस पहाड़ पर चढ़ने के कुल 38 प्रयास हो चुके है.
4. ल्होत्से पर्वत (Lahotse Mountain)
ल्होत्से पर्वत विश्व कि चौथी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है इसकी ऊंचाई 8516 मीटर है। ये पर्वत माउन्ट एवरेस्ट पर्वत के दक्षिण घाटी से जुड़ी हुई है। इस पर्वत कि शिखर के अलग बलग दो और भी शिखर मौजूद है। ल्होत्से पर्वत कि चोटी तिब्बत, नेपाल और चीन कि सीमा पर स्थित है। इस पर्वत चोटी पर भी चढ़ाई करने के 26 प्रयास हो चुके है।
5. मकालू पर्वत ( Makaloo Mountain)
मकालू पर्वत माउन्ट एवरेस्ट पर्वत से 19 किमी दक्षिण पूर्व में स्थित है। इसकी ऊंचाई 8481 मीटर है। इस पर्वत को विश्व का पांचवां सबसे ऊँचा पहाड़ माना जाता है। मकालू पर्वत कि चार अलग अलग चोटियां है। जो पिरामिड की तरह दिखती है। इसकी सबसे ऊंची चोटी नेपाल और चीन में आती है।
6. चोयू पर्वत ( Choyou Mountain)
यह पर्वत दुनिया कि छठी सबसे ऊंची पर्वत है। इसकी ऊंचाई 8,201 मीटर है। इस पर्वत को तिब्बत में चो ओयू के नाम से जाना जाता है। जिसका अर्थ ‘मरकत देवी’ होता है। यह पर्वत माउन्ट एवरेस्ट पर्वत के महालांगुर हिमालय से 20 किलोमीटर दूर उप धारा के पश्चिम में स्थित है। चोयू पर्वत की सबसे ऊंची चोटी नेपाल और चीन कि सीमा में आती है।
7. धौलागिरी पर्वत (dhoulaagiri Mountain)
यह पर्वत हिमालय की चार प्रमुख चोटियों में से एक है। यह पर्वत उतर पश्चिम नेपाल कि काली नदी के पास स्थित है। इसकी ऊंचाई 8,167 मीटर यानी 26,826 फिट है। धौलगिरी पर्वत को दुनिया का सातवां सबसे ऊँचा पहाड़ माना जाता है। नेपाल में धौलागीरी पर्वत का अर्थ सुंदर, सफेद, पहाड़ होता है। कई साल पहले इसे ही संसार कि सर्वोच्च चोटी माना जाता था। धौलगीरी पर्वत पर हमेशा बर्फ चमचमाती रहती है।
8. मनास्लू पर्वत (Mnaasloo Mountain)
मनास्लू पर्वत दुनियां कि सबसे ऊंची पर्वतों में से एक है। इसकी ऊंचाई 8,163 मीटर है। मनास्लू पर्वत नेपाल के मध्य पश्चिम भाग में नेपाली हिमालय में स्थित है। मनास्लू एक संस्कृत शब्द मानस से लिया गया है। जिसका अर्थ ‘ बुद्धि और आत्मा” होता है और यहाँ पर इस पर्वत के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका अर्थ “पर्वत की आत्मा” होता है। इस पर्वत पर पहली बार इंसान 1956 में चढ़ाई किया था।
9. नंगा पर्वत (Nanga Mountain)
नंगा पर्वत विश्व कि नवें सबसे ऊंची पर्वत चोटी है। इसकी ऊंचाई 8,126 मीटर है यानी 26,660 फिट है। यह पर्वत पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के गिलगित और बाल्टिस्तान के क्षेत्र में आता है। इस पर्वत को भारत अपना हिस्सा मानता है। इस पहाड़ को दुनिया का सबसे ख़तरनाक पहाड़ माना जाता है। क्युकी इस पर्वत पर चढ़ाई करते वक्त बहुत सारे लोगों कि जान भी जा चुकी है। इसी कारण इस पर्वत को विश्व कि सबसे “किलर माउंटेन” भी कहा जाता है।
10. अन्नपूर्णा पर्वत ( Annpurna Mountain)
अन्नपूर्णा पर्वत विश्व की दसवीं सबसे ऊंची पर्वत छोटी मानी जाती है। इसकी ऊंचाई 8091 मीटर है। अन्नपूर्णा पर्वत को दुनिया का सबसे ख़तरनाक पर्वत माना जाता है। इस पर्वत पर चढ़ाई करते वक्त कई लोगों ने अपनी जान गवां दी है। यह पर्वत उतर मध्य नेपाल में स्थित है। कहा जाता है कि माउन्ट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले लोग पहले इस पर्वत पर अभ्यास करते हैं।
FAQs
दुनिया का सबसे ऊँचा पहाड़ माउंट एवरेस्ट है जिसे नेपाल में सगरमाथा और तिब्बत में चोमोलुंगमा के नाम से पुकारा जाता है।
Mount Everest की उंचाई 8848 मीटर है।
माउंट एवरेस्ट पर्वत नेपाल में स्थित है।
भारत का सबसे ऊँचा पर्वत K2 है.
Duniya ka sabse Uncha Pahad 2023:
दोस्तों इस लेख में Mount Everest ki unchai kitni hai, Vishwa ka sabse uncha parvat, Bharat ka sabse uncha parvat इत्यादि जैसे विषयों की जानकारी दी गयी है। आप को ये रोचक तथ्य कैसा लगा हमें कमेंट्स में जरुर बताएं। आप इन में किस पर्वत को देखना या घूमना चाहेंगे हमें कमेंट्स में जरुर बताएं। अगर मुझे इनमे से किसी भी जगह को जाने का मौका मिलेगा तो मैं सबसे पहले एवरेस्ट को देखना चाहूँगा। आपकी क्या राय है हमें जरुर बताएं।
जय हिन्द जय भारत