Air Conditioner (AC) Vs Cooler दोनों में से क्या और क्यूँ खरीदें?

Air Conditioner (AC) Vs Cooler: हेल्लो दोस्तों गर्मियों का मज़ा तो आप उठा ही रहे होंगे. चिपचिपाती गर्मी और पसीने में जो मज़ा है वह एक बहुत ही शानदार अनुभव होता है. और इस अनुभव का मज़ा तो ले ही रहे होंगे. अरे भाई मैं तो मजाक कर रहा हूँ. इस सड़ी गर्मी छुटकारा तो हर कोई चाहता है और वो भी कम बजट में.

अगर आप भी इन गर्मियों में AC फिर Cooler खरीदने की सोच रहे है, और Internet पर AC Vs Cooler की उलझन में पड़े है, तो आज मैं आपका confusion दूर कर दूंगा ताकि आप अपने बजट के अनुसार Best Product खरीद सके और बाद में पछताना भी न पड़े.

Air Conditioner (AC) Vs Cooler

कई लोग सोचते है कि अगर AC और cooler दोनों की आपस में तुलना करे तो यह बिलकुल बेईमानी वाली बात होगी। क्यूंकि हर कोई जनता है कि Cooler की तुलना Air conditioner से कतई नहीं की जा सकती है। अगर आप भी ऐसा सोचते है तो आपको अपनी सोच को थोडा सा विश्राम देकर इस लेख को जरुर पढना चाहिए कि AC या Cooler दोनों में से क्या बेहतर है। हम यहाँ दोनों की खूबी और कमियों पर प्रकाश डालने वाले है। तो चलिए कूलर और एसी दोनों की खूबियों और कमियों के बारे में जानते है।

तापमान: यह तो जग जाहिर है कि कूलिंग में मामले में AC का मुकाबला Air cooler कहीं से भी नहीं करता है। जहाँ AC किसी भी मौसम में तापमान को 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक कम कर सकता है वहीँ अच्छे से अच्छा एयर कूलर सामान्य मौसम में भी 5 से 10 डिग्री तक ही तापमान को कम कर सकता है।

मौसम: AC शुष्क गर्मी से लेकर आद्रता वाले मौसम में भी बहुत अच्छे से काम करता है वहीँ मौसम में आद्रता बढ़ने पर एयर कूलर कुलिंग करना बंद कर देता है और साथ ही साथ आद्रता को बढ़ा देता है।

खूबी: मार्किट में बहुत से एयर कंडिशनर एयर भी आते है जो ड्यूल मोड पर काम करते है कहने का मतलब ठंडी हवा देने के साथ साथ सर्दियों में गर्म ब्लोअर की तरह काम करते है वहीँ Air cooler के साथ ऐसा नहीं है।

यह तो कुछ मुख्य बाते है जहाँ पर एयर कंडिशनर कूलर को पीछे छोड़ देता है लेकिन अब बात करते है उन बातों की जहाँ पर कूलर एयर कंडिशनर को पीछे छोड़ देता है।

कीमत: बात करे कीमत के बारे में तो दोनों की कीमत में जमीन और आसमान का अन्तर होता है. जहाँ एक अच्छे से अच्छा BEST AIR COOLER 10 से 15 हजार रूपये में आ जाता है वहीँ एक Cheap Air Conditioner 25-30 हजार रूपये की बैठता है.

व्यय: बात अगर सिर्फ एक बार पैसा खर्च करने की हो तो कोई भी AC लगवा सकता है, लेकिन एक AC लगवाने से ज्यादा खर्च उसके maintenance और electricity bill पर खर्च हो जाता है. जबकि एक कूलर AC की तुलना में काफी कम बिजली की खपत करता है।

वायु गुणवत्ता: अगर बात की जाये वायु गुणवत्ता की तो आपको जानकर हैरानी होगी कि एक एयर कूलर एयर कंडिशनर की अपेक्षा ज्यादा अच्छी हवा देता है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि कूलर बहार की हवा को अन्दर भेजता है जबकि AC आदर की हवा को ही अन्दर भेजता है। इस मामले में एयर कूलर एसी की तुलना में स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर है।

स्वास्थ्य: बात की जाये सेहत की तो एयर कंडिशनर हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह से गंभीर बीमारियों का कारण हो सकता है जैसे सूखी आंखें, निर्जलीकरण, सिरदर्द, श्वसन संबंधी समस्याएं, शुष्क त्वचा, अस्थमा और एलर्जी। जबकि कूलर में इस तरह की समस्याएँ न के बराबर होती है।

पर्यावरण: अगर पर्यावरण की बात की जाये तो एयर कंडिशनर पर्यावरण के लिए बेहद ही नुकसानदायक है। जहाँ AC अन्दर की तरफ जितनी ठंडी हवा फेकता है वहीँ यह बहार को उतनी ही गर्म हवा फेकता है जो वातावरण को गर्म करने में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। जबकि एयर कूलर के साथ ऐसा नहीं है।

इतना सब कुछ जानने के बाद आपको AIR COOLER और AIR CONDITION में क्या लेना है इसका बहुत कुछ अंदाजा आप लगा ही चुके होंगे। चलिए अब दोनों में से किसी एक का चुनाव करना हो तो हम दोनों में से क्या लेंगे इसके बारे में जानते है।

Air Conditioner (AC) Vs Cooler में से क्या खरीदें?

अब आता है सबसे प्रमुख सवाल कि AC या Cooler दोनों में से क्या खरीदें? दोस्तों यह बहुत से चीजों के लेकर आपके ऊपर निर्भर करता है की दोनों में से आपको क्या खरीदना है।

यदि आप किसी भी कीमत पर गर्मी से छुटकारा पाना चाहते है तो AC से बढ़िया विकल्प आपके लिए नहीं है। लेकिन वहीँ अगर आप अपने बजट और सड़ी गर्मी दोनों के प्रति गंभीर है तो यह सवाल आपके लिए महत्वपूर्ण हो जाता है।

AC की तुलना में एयर कूलर सस्ता होता है लेकिन यह सिर्फ नार्मल गर्मी में ही काम करता है जबकि उमस या आद्रता बढ़ने पर कूलर काम करना बिलकुल बंद कर देता है। लेकिन अगर आपके क्षेत्र में में आद्रता कम है तो एयर कूलर आपके लिए एक बेहतर उपाय हो सकता है।

यदि आपका घर खुली जगह जैसे वातावरण में है जहाँ पेड़ पौधे अच्छी मात्रा में है तो आप AC की जगह कूलर का इस्तेमाल कर सकते है, जो पर्यारण के साथ साथ आपके बजट के लिए भी फायदेमंद है।

Cooler खरीदने से पूर्व महत्वपूर्ण बातें:

अगर आप अपने घर या ऑफिस के लिए कूलर खरीदने जा रहे है तो आपको कुछ बातों का ख्याल जरुर रखना चाहिए ताकि बाद में आपको पछतावा न करना पड़े।

पानी की टंकी की क्षमता

आपको Best Air cooler in India का चयन करते समय पानी की टंकी की क्षमता के बारे में सतर्क रहने की आवश्यकता है। यदि आप अपने लिविंग रूम के लिए एयर कूलर खरीद रहे हैं, तो आदर्श क्षमता 40-65L के बीच हो सकती है। जबकि, यदि यह एक बेडरूम के लिए है, तो 20-35L पानी की टंकी क्षमता वाला एक एयर कूलर आपके लिए बेहतर रहेगा।

वायु प्रवाह

एक अन्य आवश्यक विशेषता जो आपके कमरे के आकार पर निर्भर करती है, वह है एयर कूलर का एयरफ्लो। वायु प्रवाह को क्यूबिक फीट प्रति मिनट या सीएफएम में मापा जाता है। माप आपको प्रति मिनट आपके कमरे में परिसंचारी हवा की मात्रा के बारे में सूचित करता है।

आइए जानें आपके कमरे के लिए आवश्यक सीएफएम की गणना करने की सरल तरकीब।

अपने कमरे के आकार को मापें। उदाहरण के लिए, मान लें कि कमरे का आकार 200 वर्ग फुट है।
ऊंचाई की गणना करें। हमारे कमरे की ऊंचाई 10 फीट हो।
आवश्यक सीएफएम की गणना करने के लिए, आपको माप को 2 से विभाजित करने की आवश्यकता है। इसका मतलब है कि 200 वर्ग फीट x 10 फीट ऊंचाई 2 से विभाजित होगी। इसलिए, हमारे काल्पनिक कमरे का आवश्यक सीएफएम 1,000 (200 वर्ग फीट x 10 फीट /) है। 2))। आसान, है ना?

कूलिंग पैड

एक महत्वपूर्ण विशेषता जिसे बहुत से लोग एयर कूलर ऑनलाइन खरीदते समय अनदेखा कर देते हैं, वह है कूलिंग पैड। क्योंकि कूलिंग पैड का एयर कूलर के कूलिंग फीचर पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इसलिए, यदि आप अपने कमरे के लिए सबसे अच्छा एयर कूलर चाहते हैं, तो यह जरूरी है कि आप इस सुविधा और इसके कार्यों को ध्यान में रखें।

मोटे कूलिंग पैड से कूलिंग बेहतर होती है। बाजार में मुख्य रूप से दो तरह के कूलिंग पैड उपलब्ध हैं- सेल्युलोज और एस्पेन

  • सेल्युलोज कूलिंग पैड अधिक महंगे होते हैं लेकिन इन्हें कम रखरखाव की आवश्यकता होती है और इन्हें लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके आकार के कारण इसे हनीकॉम्ब पैड भी कहा जाता है।
  • एस्पेन पैड सस्ते होते हैं क्योंकि वे सिंथेटिक फाइबर और लकड़ी की छीलन से बने होते हैं। लेकिन इसका सबसे बड़ा नुक्सान यह है कि इसे हर साल बदलना पड़ता है क्यूंकि पानी और हवा के संपर्क में आने पर इनमे मिट्टी जमा हो जाती है जो कुलिंग को कम कर देते है।

Air Conditioner (AC) खरीदने से पूर्व महत्वपूर्ण बातें:

यदि आप अपने घर या ऑफिस के लिए Best Air Conditioner खरीदना चाहते है तो कुछ बातों की जानकारी का होना बहुत जरुरी है। क्यूंकि Best AC खरीदने से पहले हमें बहुत कुछ जानना बहुत जरुरी होता है, वरना बाद में यह हमरे लिए घाटे का सौदा हो सकता है।

कमरे का साइज़:

आमतौर पर मार्किट में AC 1 टन, 1.2 टन, 1.5 टन और 2 टन की आती है। ऐसे में हमारे लिए कितने टन की AC का चयन करना चाहिए यह जानना जरुरी हो जाता है। सामान्य कैलकुलेशन के हिसाब से 1 टन की 100 वर्ग फीट, 1.2 टन की AC 120 वर्ग फीट और 1.5 टन की AC 150 वर्ग फीट के कमरे के लिए उपयुक्त होती है।

लेकिन यहाँ कुछ ऐसी बातें भी है जिन्हें समझना जरुरी हो जाता है। यदि आपके कमरा 100 वर्ग फ़ीट का है और आपके कमरे में डायरेक्ट सनलाइट नहीं आती है या फिर आपका रूम टॉप फ्लोर पर नहीं है तो 1 टन की AC आपके लिए उपयुक्त हो सकती है। अन्यथा आपको इसके लिए कम से कम 1.2 टन की AC की आवश्यकता होगी।

बिजली बिल:

एसी का चुनाव करने में यह भी एक महत्वपूर्ण विषय है। हालाँकि आज के समय में इन्वर्टर एसी चलन में है जो सामान्य ऐसी की तुलना में कम बिजली की खपत करती है। मार्केट में 2 star से लेकर 3 star, 4 star और 5 star inverter Ac तक उपलब्ध है। आपकी AC जितने ज्यादा star की होगी बिजली खपत उतनी ही कम होगी।

यहाँ inverter Ac का मतलब यह नहीं है कि यह AC इन्वर्टर से चल जाएँगी। inverter Ac का मतलब power consume सिस्टम inverter टेक्नोलॉजी पर आधारित होता है। AC में inverter technology करीब करीब 40% तक की बिजली की खपत को कम करता है।

Air Conditioner (AC) Vs Cooler लेख में बहुत से मुख्य बिन्दुओं को शामिल किया गया है जो किसी को भी AC या Cooler में से से पहले हमें क्या लेना लेना चाहिए इसमें मदद करता है। आशा करता हूँ आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट्स में जरुर बताये।

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